एफसीआई ने ट्रेडर्स को बाहर किया गेहूं की ओपन सेल टेंडर प्रक्रिया से
भोपाल। फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एफसीआई)ने ओपन सेल में गेहूं ट्रेडर्स को देना बंद कर दी है। 15 दिनों से भोपाल, मध्यप्रदेश सहित देशभर के ट्रेडर्स एफसीआई द्वारा जारी किए जा रहे ओपन सेल टेंडर में शामिल नहीं हो पा रहे है। इसके पूर्व एफसीआई में ओपन सेल में ट्रेडर्स और मिलर्स दोनों को ही 100 टन गेहूं ओपन नीलामी के लिए आमंत्रित किया था मगर अब एफसीआई सिर्फ मिलर्स को ही गेहूं के ओपन सेल टेंडर को ही आमंत्रित कर रही है। करोंद स्थित पंडित लक्ष्मीनारायण कृषि उपज मंडी स्थित गेहूं के थोक कारोबारी संजीव जैन ने बताया कि एफसीआई द्वारा ट्रेडर्स को गेहूं के ओपन सेल नीलामी से बाहर किए जाने के बाद ट्रेडर्स हलाकान है। बाजार में गेहूं की शॉर्टेज होने लगी है और गेहूं के भाव में 300 रुपए क्विंटल तक की तेजी आ गई है। संजीव जैन बताते है कि आगामी सीजन त्यौहारों का है ऐसे में आटा, रवा, मैदा की बंपर मांग निकलेगी। मगर गेहूं की सार्टेज होने से गेहूं के दाम उछलेंगे, जिससे आटा, मैदा, रवा सहित अन्य गेहूं उत्पादों के दाम में बढ़ेगे। संजीव के अनुसार स्थानीय करोंद अनाज मंडी में गेहूं को आवक काफी कमजोर है। मंडी में 500 से 600 बोरे गेहूं की आवक हो रही है। मौजूदा समय में मिल क्वालिटी गेहूं 2300 से 2400 रुपए और लोकवन गेहूं 2400 से 2500 रुपए, 1544 वैरायटी का गेहूं 2300 से 2600 रुपए और मालवा शक्ति गेहूं 2200 से 2300 रुपए के भाव बिक रहा है।
गौरतलब है कि अंतराष्ट्रीय बाजार में गेहूं के भाव एक माह में 15 फीसदी चढ़ चुके हैं। जबकि जुलाई में गेहूं के दाम में करीब 8 फीसदी की तेजी आई है। बाजार जानकारों के अनुसार सरकार ने अगर शीघ्र ही कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाती है तो गेहूं के भाव में और तेजी आने की संभावना है। जानकारों के अनुसार सीजन में गेहूं सप्लाई का यह (जुलाई) तीसरा महीना है इसके बावजूद गेहूं दाम में उत्पादन 20 से 25 प्रतिशत कम हो रही है। अत: बाजार जानकारों का कहना है कि गेहूं के बढ़ते दामों को रोकने के जरूरी है कि सरकार आयात ड्यूटी में कटौती करने के साथ-साथ ट्रेडर्स को बल्क सेलिंग करेंगे।
क्योंकि अभी स्मॉल सेलर एफसीआई के ओपन सेल नीलामी से बाहर है। कहा जा रहा है कि अगर सरकार शीघ्र ही आयात ड्यूटी को लेकर जल्द ही कोई नोटीफिकेशन नहीं लाती है तो फिर कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाती है तो अंतराष्ट्रीय बाजारों के साथ साथ घरेलू बाजार में भी गेहूं के दाम में 5 फीसदी का और इजाफा होगा।