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- रूस और यूक्रेन के बीच पिछले एक साल से भी लंबे समय से चल रहा युद्ध थमने का नाम ही नहीं ले रहा है।
- मॉस्को पर यूक्रेनी ड्रोन से हमला किया गया, हालांकि यूक्रेनी अधिकारियों की ओर से इसकी जिम्मेदारी का दावा नहीं किया गया है।
मॉस्को । रूस-यूक्रेन के बीच लगातार ड्रोन से हमले करने का सिलसिला जारी है। दोनों देश एक-दूसरे पर ड्रोन के जरिए हमला करने में जुटे हुए हैं। इसी बीच मंगलवार को मॉस्को पर एक यूक्रेनी ड्रोन हमला किया गया, जिससे रूसी सेना अपना बचाव किया। रूसी सेना ने कहा कि इस ड्रोन हमले से बचाव के लिए अधिकारियों को शहर के एक हवाई अड्डे को कुछ समय के लिए बंद करना पड़ा। पिछले महीने भी रूस पर इस तरह का हमला किया गया था। हमेशा से यूक्रेनी अधिकारी रूस के दर हमलों पर किसी तरह की टिप्पणी करने से बचते हैं, ठीक वैसे ही इस बार भी हुआ है। यूक्रेनी अधिकारियों द्वारा इस हमले की जिम्मेदारी का दावा नहीं किया गया है। रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि पांच में से चार ड्रोन को मॉस्को के बाहरी इलाके में हवाई सुरक्षा द्वारा मार गिराया गया और पांचवें को इलेक्ट्रॉनिक युद्ध साधनों द्वारा जाम कर दिया गया।
किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं
मॉस्को के मेयर सर्गेई सोबयानिन ने कहा कि इस ड्रोन हमले में कोई हताहत या क्षति नहीं हुई है। ड्रोन हमले के कारण अधिकारियों को मॉस्को के वनुकोवो हवाई अड्डे पर उड़ानों को अस्थायी रूप से बंद करना पड़ा और उड़ानों को मॉस्को के अन्य हवाई अड्डों की ओर मोड़ना पड़ा। हालांकि, ड्रोन हमले को विफल करने के बाद उक्त हवाई अड्डों को फिर से चालू किया गया।
पिछले महीने वैगनार ग्रुप ने की थी बगावत
गौरतलब है कि यह हमला जो पिछले महीने के दौरान रूसी राजधानी पर भाड़े के सैनिकों के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन द्वारा शुरू किए गए विद्रोह के बाद हुआ है। दरअसल, वैगनर सैनिकों ने दो दशकों से अधिक समय में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लिए सबसे बड़ी चुनौती के रूप में मॉस्को का रुख किया था। हालांकि, रूसी राष्ट्रपति की चेतावनी और बेलारूस के राष्ट्रपति की मध्यस्थता के बाद वैगनार ग्रुप के सदस्यों को अपने फैसले पर दोबारा विचार किया और अपना संघर्ष वापस ले लिया।