बीजिंग। चीन की राजधानी में बीजिंग में अचानक ऐसा मौसम हो गया कि लोग हैरत में पड़ गए। सड़कों पर सन्नाटा छा गया। दिन में ही स्ट्रीट लाइट जलानी पड़ी, लोगों को लाइट जलाकर वाहन चलाने पर भी कुछ नहीं दिख रहा। शहर में यलो अलर्ट जारी किया गया है।
10 सालों का सबसे खतरनाक सैंडस्टॉर्म
दरअसल, चीन की राजधानी बीजिंग में पिछले 10 सालों का सबसे खतरनाक सैंडस्टॉर्म आया है। इस रेतीले तूफान की वजह से पूरे बीजिंग शहर में दृश्यता बेहद कम हो गई, शहर पीले रंग की हल्की रोशनी में ढंक गया। हवा में धूल के कणों के कारण एयर क्वालिटी इंडेक्स 500 पार गया। चिकित्सकों ने स्वास्थ्य के लिहाज से इन हालात को बेहद खतरनाक बताया है।
400 से अधिक उड़ानें रद्द
स्थानीय मौसम विज्ञान एजेंसी ने कहा है, पिछले एक दशक में ऐसा सैंडस्टॉर्म कभी नहीं आया। यह तूफान इस दशक का सबसे खतरनाक बालू का तूफान है। बीजिंग के छह डाउनटाउन जिलों में क्करू10 की सांद्रता 8,100 से अधिक हो गई, जबकि वायु गुणवत्ता सूचकांक (्रक्तढ्ढ) 500 और दृश्यता 1,000 मीटर से कम हो गई। फ्लाईमास्टर के आंकड़ों से पता चला है कि बीजिंग के दो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर 400 से अधिक उड़ानें रद्द कर दी गई हैं।
यह है वजह
ये धूल भरी आंधी मंगोलिया के पठारों से उड़ी धूल की वजह से आई है। चाइना मेटरोलॉजिकल एडमिनिस्ट्रेशन ने सोमवार को बीजिंग और आसपास के इलाके में यलो अलर्ट जारी किया है। ये सैंडस्टॉर्म (धूल भरी आंधी) इनर मंगोलिया से शुरू होकर गांसू , शांसी और हेबेई प्रांत तक फैला रहा।
पेड़ों की अंधाधुंध कटाई
गोबी रेगिस्तान के करीब होने की वजह से मार्च और अप्रैल के दौरान बीजिंग में अक्सर सैंडस्टॉर्म आता है। चीन में धूल भरी आंधी की बड़ी वजह पेड़ों की अंधाधुंध कटाई है। पेड़ों की कमी और धूल भरी आंधी के चलते बीजिंग में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है।