85
- पूर्व उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत अपने अल्पसंख्यकों का सम्मान करता है।
- जो लोग पाकिस्तान जाना चाहते थे, वे पहले ही देश छोड़ चुके हैं।
- जो लोग देश में रहना चाहते थे, वे भारत में ही हैं।
वॉशिंगटन, पूर्व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि धर्मनिरपेक्षता भारतीयों के खून में है और अमेरिका सहित कई अन्य देशों के मुकाबले भारत में अल्पसंख्यक कहीं ज्यादा सुरक्षित हैं। वेंकैया (74) ने ‘नेशनल काउंसिल ऑफ एशियन इंडियन एसोसिएशन्स’ द्वारा ग्रेटर वाशिंगटन डीसी इलाके में उनके सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में भारतीय-अमेरिकियों की एक सभा को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की। भारत के खिलाफ दुष्प्रचार में पश्चिमी मीडिया का एक तबका भी शामिल है। वह भारत और वहां अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर किए जा रहे दुष्प्रचार का हिस्सा बन गया। मैं इन लोगों को बताना चाहूंगा कि भारत में अल्पसंख्यक यहां (अमेरिका) के मुकाबले ज्यादा सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा, आप देखिए कि भारत में क्या हो रहा है और दूसरे देशों में क्या हो रहा है। लेकिन, आप जानते हैं कि भेदभाव (दूसरे देशों में) किया जा रहा है। पूर्व उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत अपने अल्पसंख्यकों का सम्मान करता है। जो लोग पाकिस्तान जाना चाहते थे, वे पहले ही देश छोड़ चुके हैं। जो लोग देश में रहना चाहते थे, वे भारत में ही हैं। भारत में धर्मनिरपेक्षता है, क्योंकि यह भारतीयों के खून में है। पाकिस्तान की तरफ इशारा करते हुए वेंकैया ने दोहराया कि कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है।
ब्रिटेन के ऑक्सफोर्ड शहर में बनेगा पहला हिंदू मंदिर
ब्रिटेन के ऑक्सफोर्ड शहर में पहला हिंदू मंदिर बनेगा। मध्य दक्षिणी इंग्लैंड में ऑक्सफोर्ड की नगर परिषद ने इस योजना को मंजूरी दी है। परिषद ने कहा, खराब अवस्था में पड़े एक स्पोर्ट्स पवेलियन को हिंदू मंदिर और सामुदायिक केंद्र में बदला जाएगा। इसके डिजाइन में दो हॉल होंगे। एक पूजा स्थल व दूसरा सामुदायिक समारोह के लिए रहेगा।
ब्रिटिश संसद परिसर में पहली बार भारतीय स्वतंत्रता समारोह आयोजित
भारत की स्वतंत्रता के 76वें वर्ष के उपलक्ष्य में ब्रिटिश संसद परिसर में अपनी तरह का पहला समारोह आयोजित किया गया। ब्रिटेन के सभी दलों के साथ ही भारत सर्वदलीय संसदीय समूह ने इसका समर्थन किया। ब्रिटिश-इंडियन थिंक टैंक 1928 इंस्टीट्यूट ने विशेष गोलमेज समारोह का आयोजन किया। ‘भारत और हिंद-प्रशांत’ विषय पर चर्चा आयोजित की गई। इसमें भारत, बांग्लादेश, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा के उच्चायुक्त और नेपाल समेत अन्य देशों के राजदूत शामिल हुए।