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- बाहरी मांग कमजोर होने और अंतरराष्ट्रीय परिस्थिति के प्रतिकूल प्रभाव के बीच ऐसी उपलब्धियां हासिल करना आसान नहीं है।
नई दिल्लीः चीनी राष्ट्रीय विकास व सुधार आयोग ने 30 जुलाई को एक ब्रीफिंग बैठक में बताया कि चीन मैक्रो आर्थिक नीतियों के समायोजन पर जोर देगा। इसके साथ उपभोग व पूंजी निवेश बढ़ाया जाएगा, रील इकॉनमी के विकास का समर्थन किया जाएगा, सुधार व खुलेपन का विस्तार किया जाएगा, आर्थिक सुरक्षा का आधार मजबूत बनाया जाएगा और जनजीवन सुधारा जाएगा। इस बैठक में कहा गया कि चीन की आर्थिक बहाली निरंतर चल रही है और आम स्थिति अच्छी हो रही है। गुणवत्ता विकास आगे बढ़ाया जा रहा है और सामाजिक स्थिति स्थिर बनी रही है। बाहरी मांग कमजोर होने और अंतरराष्ट्रीय परिस्थिति के प्रतिकूल प्रभाव के बीच ऐसी उपलब्धियां हासिल करना आसान नहीं है। इसके साथ हमें घरेलू मांग की कमी, कुछ उद्योगों की कठिनाइयों, कुछ क्षेत्रों में मौजूद संभावित जोखिम और बाहर के जटिल व गंभीर वातावारण का सामना करना चाहिए। इस बैठक में कहा गया कि चीनी अर्थव्यवस्था का मजबूत लचीलापन, बड़ी संभावनाएं और जीवंत शक्ति है। दीर्घकालिक सुधार की बुनियाद में कोई बदलाव नहीं आया है और नये विकास की स्थिति तेजी से बन रही है। इस बैठक में कहा गया कि हमें स्थिरता को प्राथमिकता देकर आगे बढ़ना चाहिए।