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- तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के समर्थक राजा के खिलाफ आतंकवाद विरोधी प्रावधानों के तहत मामले दर्ज किए गए हैं।
लंदन: ब्रिटिश अधिकारियों ने पाकिस्तानी सोशल मीडिया एक्टिविस्ट और यूट्यूबर आदिल राजा को गिरफ्तार किया है, हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि गिरफ्तारी किस आधार पर की गई है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के समर्थक राजा के खिलाफ आतंकवाद विरोधी प्रावधानों के तहत मामले दर्ज किए गए हैं। सरकार ने पहले यूके में राजा के खिलाफ कई शिकायतें दर्ज की थीं। इनमें से सबसे हालिया शिकायत 9 मई के दंगों के संबंध में थी। ये दंगे पीटीआई प्रमुख की गिरफ्तारी के बाद शुरू हुए, जब वे 19 करोड़ पाउंड के सेटलमेंट मामले के तहत इस्लामाबाद हाईकोर्ट के सामने पेश हुए थे। राजा और अन्य कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया के जरिए घृणित और देश विरोधी भावनाओं को बढ़वा दिया, इसकी शिकायत पाकिस्तानी सरकार ने ब्रिटेन के अधिकारियों से शिकायत की। शिकायत में कहा गया है कि पीटीआई कार्यकर्ता राजा ने फर्जी खबरें फैलाकर देश को अस्थिर करने की कोशिश की थी। लंदन पुलिस ने अभी तक इस मामले पर कोई बयान जारी नहीं किया है। इससे पहले अप्रैल में ऐसी खबरें आई थीं कि पुलिस ने रावलपिंडी में एक पूर्व सैन्य अधिकारी की संपत्तियों को जब्त करने के लिए रावलपिंडी में एक सत्र अदालत का दरवाजा खटखटाया था, जो इन दिनों अपने सत्ता विरोधी नारे और सोशल मीडिया पोस्ट के लिए सुर्खियों में है। अप्रैल 2022 में पीटीआई सरकार के हटाने के बाद राजा पिछले साल यूके चले गए थे। डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, वह ट्विटर पर एक्टिव हैं और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के समर्थक हैं। पूर्व सेना अधिकारी ने नई सरकार के साथ-साथ सैन्य प्रतिष्ठान पर खान को सत्ता से हटाने की साजिश रचने का आरोप लगाते हुए उनकी भी बहुत आलोचना की। राजा को पाकिस्तान दंड संहिता की धारा 406 के तहत रावलपिंडी की बन्नी पुलिस द्वारा दर्ज एक मामले में नामित किया गया था।