भारत को यूँ तो गाँवों का देश कहा जाता है क्योंकि यहां पर आधी से अधिक जनसँख्या गाँवों में ही रहती है। शहरों में कितनी भी सुख सुविधाएं होने के वावजूद भी गाँवों की शुद्ध हवा और सुकून हमें अधिक पसंद आता है। हम दुनिया के किसी भी कोने में होकर आ जाए लेकिन आखिर हमें हमारे गाँव ही आकर्षित करते है। अगर आप भी शहर के प्रदूषण और शोर से परेशान हो गए है तो आज हम भारत के कुछ ऐसे गाँवों के बारे में बताने जा रहे है जो खूबसूरती में स्वर्ग से कम नहीं है।
नागालैंड की राजधानी कोहिमा से लगभग 20 किमी दूर स्थित खोनोमा गाँव एशिया का सबसे पहला हरा-भरा गांव माना जाता है। इस गांव को ‘ग्रीन विलेज’ के नाम से भी जाना जाता है। यह गाँव चारों तरफ से सुंदर पहाड़ियों से घिरा हुआ है। इस गाँव की खासियत यह है कि यहाँ कोई भी व्यक्ति पेड़ नहीं काटता और ना ही शिकार करता है। इस गाँव में करीब 100 प्रजातियों के वन्य प्रणी और जीव-जन्तु पाए जाते हैं। यहाँ की हरियाली और सुंदर पहाड़ आपका मन मोह लेंगे।
मेघालय के नोक्रेक पीक में स्थित ससातग्रे गांव वह जगह है, जहां जाकर आप गारो परंपराओं और संस्कृति के बारे में जान सकते हैं।
यहां के ज्यादातर घर गारो पैटर्न में बने हैं, जो देखने में काफी अच्छे लगते हैं।इस गांव में सबसे ज्यादा संतरे की खेती होती है। यही कारण है कि यह गांव आपको कई संतरों के पेड़ों से घिरा हुआ नजर आता है।
हिमाचल प्रदेश का मलाना गाँव देशभर में अपनी सुंदरता के लिए मशहूर है। मलाना कुल्लू घाटी के पास स्थित एक बेहद खूबसूरत और साफ-सुथरा गांव है। मलाना नदी के तट पर बसे इस गाँव में ना केवल आपको प्राकृतिक नज़ारा देखने को मिलेगा बल्कि ताजी और स्वच्छ हवा भी मिलेगी। यह गाँव चारों तरफ से बर्फीली चोटियों से घिरा हुआ है।