गुड़हल का फूल जिसे जवाकुसुम के नाम से भी जानते हैं। हम सब ने इस फूल को एक न एक बार जरूर देखा होगी। हम ज्यादातर अपने घरों में इसका इस्तेमाल पूजा में भगवान को चढ़ाने के लिया ही करते है और कई बार अपनी बालो को स्वास्थ बनाने के लिए करते है।पर क्या आप जानते है इसमें कई सारे ऐसे औषधीय गुण पाए जाते हैं जो हमारे स्वस्थ और बालो के लिया बहुत लाभकारी माना जाता है।आइए आपको गुड़हल के फूल के कुछ ऐसे ही फायदो के बारे में बताते है। सेहत में गुड़हल के फूल से होने वाले फायदे, आयरन की कमी को दूर करने में लाभदायक
वजन घटाने में मददगार
अगर आप एनीमिय की समस्या से परेशान हैं, तो इसके लिए गुड़हल का फूल आपके लिए बेहद लाभकारी साबित होगा। दरअसल, इस फूल में भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है, जो शरीर में खून की कमी को दूर करता है। ऐसे में अगर आप भी एनीमिया के शिकार हैं, तो गुड़हल की कलियों को पीसकर इसके रस का नियमित रूप से सेवन करने से फायदा मिलेगा।
अगर आप लंबे समय से अपना वजन कम करना चाहते हैं, तो इसमें भी गुड़हल का फूल आपके लिए मददगार साबित होगा। इसके लिए आप गुड़हल की पत्तियों की चाय का सेवन कर सकते हैं। यह चाय न सिर्फ आपको एनर्जी देगी, बल्कि इसे पीने से आपको लंबे समय तक भूख नहीं लगती। साथ ही इससे पाचन क्रिया भी बेहतर होती है। इसके अलावा गुड़हल के फूल का सेवन करने से चर्बी घटती है, जिससे वजन कम होता है।
एंटी एजिंग गुण से भरपूर
बढ़ती उम्र को रोकने में गुड़हल बेहद मददगार है। इसकी पत्तियां उन महिलाओं के लिए किसी अमृत से कम नहीं है जो महिलाएं एंटी एजिंग की समस्या से परेशान हैं। इस फूल में भारी मात्रा में एंटी एजिंग तत्व पाए जाते हैं, जो बढ़ती उम्र में भी आपकी खूबसूरती बरकरार रखता है।बता दें कि शरीर की फ्री रेडिकल्स को हटाने में गुड़हल बेहद उपयोगी है। इसका उपयोग ना केवल उम्र बढ़ाने की प्रक्रिया को धीमा करता है बल्कि महिलाएं खूबसूरत और जवां भी नजर आती हैं।
मासिक धर्म में गुड़हल
महिलाओं में होने वाले मासिक धर्म की अनियमिता को दूर करने में गुड़हल बेहद मददगार है। ये शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर सामान्य रखती है। बता दें कि शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर कम होता है तो हॉर्मोंस बिगड़ने लगते हैं और मासिक धर्म के समय में भी उतार चढ़ाव आते हैं। ऐसे में गुड़हल के पत्तों से बनी चाय मासिक धर्म की समस्या को दूर करने में उपयोगी है।
गुड़हल से होने वाले बालो और स्कैल्प पर फायदे
हिबिस्कस का फूल बालों के लिए प्रसिद्ध जड़ी बूटी है जो सदियों से आयुर्वेद में बालों को बढ़ाने के लिए बहुत फायदेमंद रहा है।
बालों के झड़ने के लिए फायदेमंद
गुड़हल के फूल में फ्लेवोनोइड्स और अमीनो एसिड से भरपूर होते है। फ्लेवोनोइड्स सिर में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है। निष्क्रिय फॉलिकल्स को उत्तेजित करने में मदद करता है। जबकि अमीनो एसिड बालों में केराटिन उत्पादन में मदद करता है। जिससे बालों को काफी चमक मिलती है और बाल लंबे भी होते है। इससे बालों के पतले होने की समस्या भी दूर होती है।
स्कैल्प में संक्रमण से रोकता है
स्कैल्प का संक्रमण शुरू में आपको सामान्य लग सकता है। लेकिन जैसे जैसे ये बढ़ता है ये कई बालों का समस्या का कारण बनता है। अगर बालों के संक्रमण पर ध्यान नही दिया जाता तो बालों में रूसी, बालों का झड़ना, बालों का पतला होना, दोमुंहे बाल होने जैसी समस्या हो सकती है। हिबिस्कस का तेल का इस्तेमाल इस संक्रमण को फैलने से रोक सकता है।
डैंड्रफ को कम करने के लिए
आयुर्वेद के अनुसार डैंड्रफ वात और कफ दोष के बढ़ने के कारण होता है। इन दोषों के खराब होने से आपके स्कैल्प पर यीस्ट जमा हो जाता है, जिससे गीला या सूखा डैंड्रफ होता है। डैंड्रफ रोम छिद्रों को बंद कर देते हैं और बालों को बढ़ने से रोकता है, जिससे बालों के झड़ने जैसी स्थिति पैदा कर देते हैं। इसके लिए भी हिबिस्कस के तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है।
स्कैल्प को ऑयली होने से बचाता है
सिर में सेबेसियस ग्रंथि होती है जो वो बालों को ड्राई होने से बचाने के लिए सीबम नाम का एक तैलीय पदार्थ का उत्पादन करता है। हार्मोन असंतुलन होने के कारण या कफ दोष बढ़ने के कारण ज्यादा सीबम के उत्पादन को ट्रिगर करता है। जिससे बालों में अधिक तेल निकलता है और बाल चिपचिपे हो जाते है।