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- अमूमन मठरी या बिस्कुट घरों में मौजूद होते हैं, लेकिन अगर नहीं है, तो घर पर खस्ता मठरी को इंस्टेंट बनाया जा सकता है।
रोजाना की चाय को और मजेदार बनाने के लिए कई तरह के स्नैक्स का इस्तेमाल किया जाता है। यकीनन चाय के साथ पूरी या मठरी खाने की अहमियत अलग ही है। ऐसे में अगर चाय के साथ मठरी हो, तो सोने पर सुहागा। अमूमन मठरी या बिस्कुट घरों में मौजूद होते हैं, लेकिन अगर नहीं है, तो घर पर खस्ता मठरी को इंस्टेंट बनाया जा सकता है। हालांकि,जब तक मठरी क्रिस्पी न हो स्वाद नहीं आता है। अक्सर हमारी यही शिकायत होती है कि उनकी मठरी जल्दी टूट जाती हैं या फिर स्वाद नहीं आता है। ऐसे में मठरी बनाते वक्त अगर कुछ बातों का ध्यान नहीं रखा गया, तो टेस्ट बिगड़ जाता है। इसलिए आज हम आपके लिए अपनी ‘फूड स्कूल’ सीरीज में आपको बताएंगे कि परफेक्ट मठरी बनाने के लिए क्या करना चाहिए और क्या नहीं। कैसे बनाएं मठरी का आटा? अगर आप मठरी के लिए आटा गूंथने जा रही हैं, तो उससे पहले यीस्ट को एक्टिवेट कर लें। (कितनी तरह के होते हैं यीस्ट और कैसे करें इसे इस्तेमाल) इसके लिए एक बाउल में एक कप गर्म पानी लें और उसमें एक छोटी चम्मच चीनी मिक्स कर दें। चीनी जब पूरी तरह घुल जाए तब इसमें एक छोटी चम्मच यीस्ट को मिक्स कर दें। फिर एक प्लेट से 10 मिनट के लिए ढक दें, ताकी यीस्ट आसानी से एक्टिवेट हो जाए। इसके बाद आटा गूंथने का काम शुरू करें। इसके लिए आप आटा या फिर मैदा लें सकती हैं। अब इसमें कुछ ड्राई इंग्रीडिएंट्स जैसे नमक मिक्स करना चाहती हैं, तो पहले ही कर लें। इसके बाद एक्टिवेटेड यीस्ट को मिक्स करें। कोशिश करें कि सारी इंग्रीडिएंट्स इसमें अच्छी तरह मिक्स हो जाएं।
मठरी बनाने के लिए अपनाएं दादी मां के टिप्स
मठरी में दही का करें इस्तेमाल अगर आपकी मठरी क्रिस्पी नहीं होती, तो यह नुस्खा आपके लिए मददगार साबित हो सकता है। दही के इस्तेमाल से मठरी बिल्कुल परफेक्ट बनेंगी। यह नुस्खा हलवाई भी अपनाते हैं। दही के उपयोग से न केवल मठरी खस्ता हो जाएगी, बल्कि स्वाद भी बदल जाएगा। आटा गूंथते वक्त 3-4 चम्मच दही डालें।
मठरी के आटे में तेल का इस्तेमाल करें
यह तो हम सभी को पता है कि आटे में घी या तेल का इस्तेमाल करना कितनी जरूरी है। पर सवाल यह है कि आटे में कब और कैसे मठरी का इस्तेमाल करना है? इसके लिए सबसे पहले आटा छान लें और फिर तेल डालें। अब आटे में तेल को अच्छी तरह से मिला लें। इसके बाद पानी से आटा गूंथें। आटे को गूंथने के लिए सरसों के तेल का इस्तेमाल न करें। इससे आटा बेकार हो सकता है। इसकी बजाय फॉर्च्यून तेल का बेस्ट ऑप्शन हो सकता है।
मठरी के आटे में अजवाइन का इस्तेमाल करें
सादी मठरी किसी को अच्छी नहीं लगती। इसलिए इसका स्वाद बढ़ाने के लिए अजवाइन का इस्तेमाल किया जाता है। अजवाइन से न सिर्फ खुशबू आती है, बल्कि मठरी स्वादिष्ट भी लगती है। मगर कोशिश करें कि आटे में पाउडर इस्तेमाल करने की बजाय साबुत अजवाइन का इस्तेमाल करें।
मठरी में डालें ये स्पेशल इंग्रीडिएंट्स सामग्री
4 कप- मैदा आधा कप- सूजी 1 कप- देसी घी स्वादानुसार- नमक 1 चम्मच- काली मिर्च पाउडर 1 कप- नारियल (कद्दूकस किया हुआ) आवश्यकतानुसार- तेल (तलने के लिए) 1 छोटा चम्मच- अजवाइन
विधि
एक बाउल में मैदा, काली मिर्च, नमक, कसा हुआ नारियल और देसी घी डालकर अच्छी तरह से मिक्स कर लें। हमें घी को अच्छी तरह से मसलना है। अगर पानी की जरूरत पड़े तो हल्का गर्म पानी हल्के हाथ से डालें। आटा गूंथने के बाद लगभग 15 से 20 मिनट के लिए कपड़ा ढककर रख दें। अब थोड़ा-थोड़ा आटा लेकर लोई बना लें। फिर आटे को बेलन पर रखकर बेल लें। अब कांटे की मदद से पूरी रोटी पर छेद कर लें और किसी बड़े ढक्कन से गोल-गोल मठरी काट लें। एक कड़ाही में तेल गर्म करें और एक-एक करके मठरी कड़ाही में डालें और दोनों तरफ से सुनहरा होने तक फ्राई कर लें।
मठरी को सही तरीके से फ्राई करें
मठरी को सही तरीके से फ्राई करना बहुत जरूरी है। यह सबसे कुकिंग का सबसे अहम हिस्सा है। अगर ऐसा नहीं करेंगी, तो आपकी मेहनत पर पानी फिर सकता है। ऐसे में मठरी को तलने के लिए तेल गर्म कर लें। फिर आंच को कम करके मठरी को फ्राई कर लें। आपको मठरी को तब तक फ्राई करना है, जब तक मठरी का रंग सुनहरा न हो जाए। साथ ही, तेल के तापमान का भी ध्यान रखें, वर्ना मठरी अंदर से कच्ची और ऊपर से जल सकती हैं।
मठरी बनाते वक्त ना करें ये गलतियां
मठरी का आटा गूंथते वक्त इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि पानी ज्यादा न हो। ज्यादा पानी से आटा सॉफ्ट हो जाएगा और मठरी का स्वाद बदल जाएगा। मठरी को तलने के बाद इसे सीधे बर्तन में ना निकालें, क्योंकि ऐसा करने से मठरी ऑयली हो जाएंगी। मठरी को तेल से सीधे किचन पेपर में (किचन में ऐसे इस्तेमाल करें पेपर टॉवल) निकालें और ठंडा होने के बाद ही सर्व करें। हमेशा मठरी को धीमी आंच में तलना चाहिए। तेज आंच में मठरी का केवल ऊपरी हिस्सा पकता है। कई बार तेज आंच में मठरी को पकाने से उसमें जले का भी स्वाद आ जाता है। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।