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मक्का या भुट्टा खाने से स्वास्थ अच्छा और जीवन लम्बा हो सकता है, जानिए कैसे?

  • यह आंखों और पाचन स्वास्थ्य के लिए भी काफी फायदेमंद है।
  • लोग इसे कई अलग-अलग तरीकों से खाना पसंद करते हैं।
    बरसात के मौसम में मक्का यानी कॉर्न खूब खाया जाता हैं। कॉर्न एक स्वस्थ अनाज है, जो फाइबर, विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट का अच्छा स्रोत है। यह आंखों और पाचन स्वास्थ्य के लिए भी काफी फायदेमंद है। मक्का दुनिया के सबसे लोकप्रिय अनाजों में से एक है। इसे दुनिया भर में कई सारी किस्मों में उगाया जाता है। पॉपकॉर्न और स्वीट कॉर्न इसकी लोकप्रिय किस्में हैं। मक्का बहुत ही पौष्टिक होता है। भुट्टे के कोमल बाल दर्द कम करने वाला और मूत्र को बढ़ाने वाला होता है। इसके अलावा सूजाक या गोनोरिया, सूजन और पथरी में इनका काढ़ा बनाकर पिलाया जाता है।मक्का प्रकृति से मधुर, ठंडा, रूखा, खाकर मन संतुष्ट करने वाला, मूत्र बढ़ाने वाला, पोषक, शक्ति बढ़ाने वाला, खाने की इच्छा बढ़ाने वाला, बलवर्धक, कफ और पित्त कम करने वाला होता है। लोग इसे कई अलग-अलग तरीकों से खाना पसंद करते हैं। स्वाद में बेहतरीन यह अनाज गुणों से भरपूर होने की वजह से सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है। तो आईयें जानते है कि कॉर्न खाने के महत्वपूर्ण फायदे क्या है?
    पाचन के लिए मददगार
    मक्का फाइबर का एक अच्छा स्रोत है, जिसे खाने से आपके पाचन तंत्र को काफी फायदा मिलता है। फाइबर की मदद से आपको मल त्यागने में आसानी होती है। साथ ही यह पेट से जुड़ी समस्याएं जैसे कब्ज आदि से भी निजात दिलाने में मदद करता है।
    बवासीर को कम करने में मददगार मक्का
    अगर ज्यादा मसालेदार, तीखा खाने के आदि है तो पाइल्स या बवासीर के बीमारी होने की संभावना बढ़ जाती है। उसमें मक्का का घरेलू उपाय बहुत ही फायदेमंद साबित होता है। मक्के के दानों का काढ़ा बनाकर, कमर से स्नान करने से बवासीर में लाभ होता है।
    पथरी निकालने में करे मदद भुट्टा
    आजकल के प्रदूषित खान-पान के कारण किडनी में पथरी होने का खतरा दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। मक्के की भस्म (65 मिग्रा) को (1 गिलास) जल में घोलकर सेवन करने से वृक्क (किडनी) एवं मूत्राशयगत अश्मरी (पथरी)में लाभ होता है।
    रक्त संचार पर नियंत्रण
    फाइबर का एक अच्छा स्रोत होने की वजह कॉर्न ब्लड स्ट्रीम में शुगर के अब्जॉर्प्शन को कम करता है। इसकी वजह से डायबिटीज या प्रीडायबिटीज वाले लोगों में ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
    आँख और त्वचा की देखभाल
    पीले मकई में बीटा-कैरोटीन समृद्ध होता है, जो शरीर मे विटामिन ए में परिवर्तित हो जाता है और स्वस्थ त्वचा और दृष्टि को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है। एक अध्ययन के अनुसार बीटा-कैरोटीन विटामिन ए का एक बड़ा स्रोत है क्योंकि यह आवश्यक मात्रा के अनुसार, शरीर में परिवर्तित हो जाता है। अधिक मात्रा में लेने पर विटामिन ए हानिकारक हो सकता है, इस प्रकार इसे बीटा-कैरोटीन रूपांतरण के माध्यम से प्राप्त करना एकदम सही है। यह त्वचा और मुयूकस मेम्ब्रैन के स्वास्थ्य के साथ-साथ प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने के लिए भी फायदेमंद हो सकता है। (किशन चौबे)

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