पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में विशेषकर राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की चर्चा अधिक हो रही है। इन तीन बड़े राज्यों के चुनावों पर सबकी नजर भी है। इन तीनों राज्यों में कांग्रेस और भाजपा ही मुख्य राजनीतिक दल हैं। राजनीतिक लड़ाई आमने-सामने की है, इसलिए कांग्रेस और भाजपा के बड़े नेता भी जमकर पसीना बहा रहे हैं। कांग्रेस की गारंटी के मुकाबले तीन राज्यों में भाजपा ने ‘मोदी की गारंटी’ का कार्ड चला है। दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी के वादों पर देश की जनता का भरोसा अधिक है। जिस प्रकार मोदी सरकार ने असंभव दिखनेवाले वादों को भी पूरा किया है, उससे देश की जनता में यह विश्वास बन गया है कि प्रधानमंत्री मोदी जो कहते हैं, उसे पूरा भी करते हैं। भाजपा को विश्वास है कि मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ की जनता ‘मोदी की गारंटी’ के आधार पर उसे सरकार बनाने के लिए बहुमत देगी। बीते दिन मध्यप्रदेश में चुनाव प्रचार के दौरान स्वयं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भाजपा के ‘संकल्प पत्र’ में जो वादे किए गए हैं, उन्हें भाजपा की सरकार बनने पर पूरा किया जाएगा। यह अन्य राजनीतिक दलों की तरह केवल चुनावी वादे नहीं है। इनको हम पूरा करेंगे, यह मोदी की गारंटी है। भाजपा का प्रचार विकास की योजना पर केंद्रित है जबकि कांग्रेस विभिन्न मुद्दों को उठा रही है। हालांकि, राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा भी कांग्रेस की ओर से जनता से तमाम वादे कर रहे हैं। लेकिन यह भी ध्यान आ रहा है कि राहुल गांधी की सुई जातिगत जनगणना पर ही अटक गई है। उन्हें लग रहा है कि हिन्दू समाज को जाति के आधार पर भ्रमित करके ही भाजपा को परास्त किया जा सकता है। हालांकि, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इन प्रश्नों का उत्तर राहुल गांधी नहीं दे पा रहे हैं कि ओबीसी हितैषी होने का दावा कर रही कांग्रेस ने अपने 60-65 वर्षों के शासनकाल में मध्यप्रदेश में पिछड़ा वर्ग के कितने मुख्यमंत्री बनाए? केंद्र में भी लंबे समय तक कांग्रेस की सरकारें रहीं। इस दौरान कांग्रेस ने कितने प्रधानमंत्री ओबीसी वर्ग से बनाए हैं? जाहिर है कि कांग्रेस इसका उत्तर नहीं दे पाएगी। यह भी तथ्य उजागर है कि पंडित जवाहरलाल नेहरू से लेकर राजीव गांधी तक ने जातिगत जनगणना का विरोध किया है। देश में जातिगत जनगणना को रोकने का श्रेय तो पंडित नेहरूजी को ही है। कांग्रेस को बताना चाहिए कि जातिगत जनगणना के विषय में कांग्रेस के प्रेरणा पुरूष पंडित जवाहरलाल नेहरू, श्रीमती इंदिरा गांधी और राजीव गांधी सही थे या फिर राहुल गांधी के विचार ठीक हैं? यदि राहुल गांधी के विचार ठीक हैं, तब इसका मतलब यही होगा कि पंडित नेहरू से लेकर राजीव गांधी तक इस विषय में गलत थे। बहरहाल, आज से चुनाव प्रचार थम जाएगा। लेकिन आज का दिन महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। जनजाति समाज के गौरव भगवान बिरसा मुंडा के जयंती प्रसंग पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी झारखंड से अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए बड़ी और महत्वपूर्ण योजना की घोषणा करने जा रहे हैं। याद रहे कि मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार की पहल पर प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले वर्ष ही भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को राष्ट्रीय स्तर पर ‘जनजाति गौरव दिवस’ के रूप में स्थापित किया है। पिछले वर्ष संपूर्ण भारत में उत्साह के साथ भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को मनाया गया था। इसलिए आज जब प्रधानमंत्री मोदी जनजाति समुदाय के लिए योजना की शुरुआत करेंगे, तब उसका संदेश और असर दूर तक जाएगा।
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