तकनिकी खराबी के कारण गाड़ियां बुलाया है
ग्राहक से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा
भोपाल:- मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने तकनीकी खराबी के कारण 87,599 वाहन वापस मंगाए हैं। कंपनी के इस रिकॉल में 5 जुलाई 2021 से 15 फरवरी 2023 के बीच बने एस-प्रेसो और ईको मॉडल शामिल हैं। मारुति सुजुकी ने 24 जुलाई को एक रेगुलेटरी फाइलिंग में यह जानकारी दी है। एक्सचेंज फाइलिंग के मुताबिक, स्टीयरिंग टाई रॉड में कुछ कमी के कारण इन वाहनों की हैंडलिंग और स्टीयरबिलिटी प्रभावित हो सकती है। कंपनी ने कहा कि मारुति सुजुकी की अधिकृत वर्कशॉप मॉडलों के मालिकों से संपर्क करेगी, जहां खराबी को ठीक किया जाएगा। खराब पार्ट को बदलने के लिए वाहन मालिकों को सूचित किया जाएगा। दोष की मरम्मत या पुर्जों के प्रतिस्थापन के लिए ग्राहक से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। मारुति सुजुकी इस साल 4 बार अपनी गाड़ियां को वापस बुलाया था। इससे पहले वैक्यूम पंप में खराबी के कारण बलेनो की 7,213 गाड़ियां को वापस मंगाया गया था। कंपनी के इस रिकॉल में 27 अक्टूबर 2016 से 1 नवंबर 2019 के बीच निर्मित प्रीमियम हैचबैक के आरएस वेरिएंट में आई खराबी को ठीक किया गया है।
पहले भी कारें वापस मंगाई गई थीं
1) मारुति सुजुकी ने इससे पहले 24 जनवरी को ग्रैंड विटारा की 11,177 यूनिट्स को रिकॉल किया था। कंपनी ने पिछली सीट के सीट बेल्ट माउंटिंग ब्रैकेट में तकनीकी खराबी के कारण 8 अगस्त, 2022 और 15 नवंबर, 2022 के बीच निर्मित एसयूवी को रिकॉल किया था।
2)18 जनवरी, 2023 को कंपनी ने 8 दिसंबर, 2022 और 12 जनवरी, 2023 के बीच निर्मित 17,362 वाहनों को वापस बुलाया। इनमें ऑल्टो K10, एस-प्रेसो, ईको, ब्रेज़ा ग्रैंड विटारा और बलेनो शामिल थे। इन गाड़ियों के एयरबैग कंट्रोलर में खराबी आ गई थी.
3) इससे पहले कंपनी ने 2 से 28 नवंबर 2022 के बीच निर्मित कुल 9,125 वाहनों को वापस बुलाया था। इन मॉडलों में सियाज, ब्रेज़ा, अर्टिगा, एक्सएल6 और ग्रैंड विटारा शामिल थे। कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा था कि खराब हिस्से को बदलना मुफ्त होगा।
4) पिछले साल मारुति सुजुकी इंडिया ने भी अपने तीन मॉडल वैगन आर, सेलेरियो और इग्निस की 9,925 यूनिट्स को रिकॉल किया था। इसका कारण रियर ब्रेक असेंबली पिन में खराबी थी। इन वाहनों का निर्माण 3 अगस्त से 1 सितंबर 2022 के बीच किया गया है। (आशियान खान)