इजराइल पर हमास के हमले का असर भारत की कुछ कंपनियों पर भी दिख रहा है। अडाणी पोर्ट के शेयर में 5% की गिरावट है। अडाणी ग्रुप की ये कंपनी इजराइल में हाइफा पोर्ट ऑपरेट करती है। इजराइल ने अडाणी ग्रुप को पोर्ट का ऑफिशियल हैंडओवर जनवरी 2023 में किया गया था। अडाणी ग्रुप के पास साल 2054 तक इस पोर्ट को ऑपरेट करने के अधिकार है। शेयरों में गिरावट के बाद अडाणी ग्रुप ने कहा कि इजराइल में हो रही गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं। हाइफा पोर्ट नॉर्थ में सिचवेटेड है जबकि जंग साउथ में चल रही है। हमने अपने कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उपाय किए हैं और वे सभी सुरक्षित हैं। बयान में कहा गया है कि हाइफा पोर्ट का कंपनी के कुल कार्गो वॉल्यूम में केवल 3% का योगदान है।
भारत का सबसे बड़ा प्राइवेट पोर्ट ऑपरेटर है अडाणी ग्रुप
अडाणी पोर्ट भारत का सबसे बड़ा प्राइवेट पोर्ट ऑपरेटर और एंड-टु-एंड लॉजिस्टिक्स प्रोवाइडर है। दो दशकों से भी कम समय में, इसने पूरे भारत में बंदरगाहों के बुनियादी ढांचे और सेवाओं के एक पोर्टफोलियो का निर्माण, अधिग्रहण और विकास किया है। इसके 14 पोर्ट और टर्मिनल देश की पोर्ट कैपेसिटी का 24% का प्रतिनिधित्व करते हैं।
एसबीआई, बीपीसीएल, एचपीसीएल पर भी असर
अडाणी पोर्ट के अलावा भारत की कुछ अन्य कंपनियों का भी इजराइल में निवेश है। इनमें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, जैन इरिगेशन, सन फार्मा, इंफोसिस, टेक महिंद्रा और विप्रो जैसी कंपनियां है। डिफेंस सेक्टर में भी कई भारतीय कंपनियों का इजराइल के साथ रणनीतिक करार है। इस जंग से कच्चे तेल के दाम में भी उछाल दिखा है, जिसका असर हिंदुस्तान पेट्रोलियम, भारत पेट्रोलियम और इंडियन ऑयल जैसी कंपनियों पर दिख रहा है। इनके शेयरों में 2% से ज्यादा की गिरावट है।
शनिवार को शुरू हुई फिलिस्तीन और इजराइल की जंग
फिलिस्तीन और इजराइल के बीच जंग शनिवार को शुरू हुई है। जंग के तीसरे दिन तक 700 इजराइलियों की मौत हुई है। वहीं इजराइल की जवाबी कार्रवाई में 500 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। दूसरी तरफ, रविवार सुबह लेबनान के आतंकी संगठन हिजबुल्लाह ने भी इजराइल पर मोर्टार अटैक किया था।
इजराइल और फिलिस्तीन के बीच क्यों है विवाद
मिडिल ईस्ट के इस इलाके में यह संघर्ष कम से कम 100 साल से चला आ रहा है। यहां वेस्ट बैंक, गाजा पट्टी और गोलन हाइट्स जैसे इलाकों पर विवाद है। फिलिस्तीन इन इलाकों समेत पूर्वी यरुशलम पर दावा जताता है। वहीं, इजराइल यरुशलम से अपना दावा छोड़ने को राजी नहीं है। गाजा पट्टी इजराइल और मिस्र के बीच में है। यहां फिलहाल हमास का कब्जा है। ये इजराइल विरोधी समूह है। सितंबर 2005 में इजराइल ने गाजा पट्टी से अपनी सेना वापस बुला ली थी। 2007 में इजराइल ने इस इलाके पर कई प्रतिबंध लगा दिए। फिलिस्तीन का कहना है कि वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी में स्वतंत्र फिलिस्तीन राष्ट्र की स्थापना हो।