मेटा-माइक्रोसॉफ्ट सहित अन्य कंपनियों के पास पहले से X ट्रेडमार्क
नई दिल्ली। मस्क ट्विटर की रीब्रांडिंग करने कारण कानूनी उलझन में फंस सकते हैं। मेटा और माइक्रोसॉफ्ट सहित अन्य कंपनियों के पास पहले से ही X के इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स हैं। ये कंपनियां ट्रेडमार्क का उल्लंघन करने के लिए ट्विटर पर केस कर सकती हैं। दरअसल, मस्क ने 24 जुलाई को ट्विटर का नाम बदलकर ‘X’ कर दिया है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रेडमार्क में X का पहले ही इतना ज्यादा यूज हो चुका है कि इस लेटर के लिए कभी भी कानूनी लड़ाई शुरू हो सकती है। इसको हासिल करने वाले कई दावेदार होंगे।
ट्रेडमार्क वकील जोश गेरबेन ने रॉयटर्स से कहा,’इस बात की 100% संभावना है कि ट्विटर पर कोई न कोई मुकदमा दायर करेगा।’ इसके साथ ही उन्होंने कहा,’मैने लगभग 900 एक्टिव अमेरिकी ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन्स की गिनती की है जो पहले से X का यूज इंडस्ट्री में व्यापक तौर पर कर रहे हैं।’
माइक्रोसॉफ्ट के पास 2003 से X ट्रेडमार्क: रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, माइक्रोसॉफ्ट के पास साल 2003 अपने एक्स बोक्स वीडियो-गेम सिस्टम के बारे में कम्युनिकेशन से संबंधित X ट्रेडमार्क है। वहीं, मेटा ने 2019 में सॉफ्टवेयर और सोशल मीडिया फील्ड के लिए ब्लू और वाइट कलर में X लेटर को ट्रेडमार्क कराया है। ट्रेडमार्क वकील जोश गेरबेन ने कहा कि मेटा और माइक्रोसॉफ्ट तब तक मुकदमा नहीं करेंगे जब तक उन्हें खतरा महसूस न हो कि ट्विटर का X उनके लिए कोई परेशानी खड़ी कर रहा है।
तीन दिन में दूसरी बार ट्विटर का लोगो बदला
एलन मस्क ने सोमवार (24 जुलाई) को ट्विटर का नाम और लोगो बदलकर X किया। इसके बाद 26 जुलाई को देर रात ट्विटर के लोगो के डिजाइन में बदलाव किया गया। एक ट्विटर यूजर ने लिखा,’X लोगो अब अधिक बोल्ड और शार्प है।’ इस ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए मस्क ने लिखा,’मुझे मोटी पट्टियाँ पसंद नहीं हैं, इसलिए वापस लौट रहा हूं। लोगो समय के साथ विकसित होगा।’ एलन मस्क का X लेटर से नाता साल 1999 से है। तब उन्होंने एक ऑनलाइन बैंकिंग कंपनी X.com बनाई थी। इसे बाद में एक अन्य कंपनी के साथ मर्ज कर दिया जो पेपाल बनी। साल 2017 में मस्क ने पेपल से यूआरएल “X.com” को फिर से खरीदा था।
नीली चिड़िया हटाकर डॉग को भी लोगो बनाया था
4 महीने पहले एलन मस्क ने ट्विटर की नीली चिड़िया हटाकर एक डॉग को ट्विटर का लोगो बनाया था। उन्होंने एक ट्वीट में कहा था- जैसा वादा किया था, वह पूरा किया। हालांकि बाद में उन्होंने दोबारा नीली चिड़िया को ट्विटर लोगो बना लिया था।
ट्रेडमार्क क्या होता है?
किसी प्रोडक्ट की अलग पहचान उसका ट्रेडमार्क कहलाती है। ये प्रोडक्ट का नाम, डिजाइन, कलर और पैकिंग का कॉम्बिनेशन हो सकता है। ट्रेड मार्क एक्ट 1999 के मुताबिक ट्रेडमार्क का मतलब एक ग्राफिकल पहचान से है जो किसी सामान या सर्विस को अन्य से अलग दिखाने में सक्षम हो।
ये वर्ड मार्क, लोगो या दोनों का कॉम्बिनेशन भी हो सकता है।
ट्रेडमार्क भी एक इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी है। अगर आपने ट्रेडमार्क रजिस्टर करवा लिया तो इसका इस्तेमाल बिना आपकी मर्जी के कोई नहीं कर सकता। ट्रेडमार्क से ब्रांड को एक विश्वसनीयता भी मिलती है। आमतौर पर सभी बिजनेस और स्टार्टअप्स अपना ट्रेडमार्क रजिस्टर करवाते हैं। शाहरुख खान ने तो अपने नाम का ट्रेडमार्क करवा रखा है।