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सरहदी राज्यों की चार महिलाएं देश के लिए बनीं खतरे की घंटी

  • गौरव आर्या
    इस समय देश में चार औरतों की कहानियां चल रही हैं। चारों हमारे देश की सीमा से संबंधित हैं और प्रच्छन्न तौर पर देश के लिए खतरनाक कहानियां हैं। इनमें एक सीमा हैदर गुलाम को भारतीय मीडिया ने सेलेब्रिटी बना दिया है तो दूसरी अंजू इस समय पाकिस्तान की सैर कर रही है और जल्दी ही भारत आने वाली है। उसके आने के बाद वह भी एक सेलेब्रिटी बना दी जाएगी, इसका मुझे पक्का विश्वास है। इन्हें जिस तरह मीडिया प्रचारित कर रहा है, कल इन्हें बिग बॉस जैसे कार्यक्रम भी ऑफर होंगे, यह भी माना जा सकता है। इनके पीछे प्रेम प्रसंग या वैवाहिक संबंधों को कारण बताया जा रहा है लेकिन यह इतनी सीधी-सच्ची बात नहीं है। यह पाकिस्तानी आईएसआई और भारत विरोधी ताकतों की सोची-समझी रणनीति के तहत किया जा रहा है, हमें यह समझना होगा।
    34 साल की अंजू राजस्थान के अलवर की रहने वाली है जो पंजाब के वाघा बार्डर से होकर पाकिस्तान के खैबर पख्तूनवा प्रांत पहुंची है जो आतंकवादियों का गढ़ है।
    कहा गया है कि वह नसरुल्ला नाम के युवक की दोस्ती में वहां गई है। वह बकायदा पासपोर्ट व वीजा लेकर वहां गई है। दो बच्चों व पति को छोड़कर वह जयपुर घूमने का बहाना बनाकर घऱ से निकली और पाकिस्तान चली गई। यह अजीब बात है कि घूमने के लिए वह अकेली चल दी और सारे दस्तावेज भी घर वालों से छुपाकर तैयार करा लिए। उसके पास इसके लिए हजारों-लाखों रुपए कहां से आए, उसने किसकी मदद ली और वह पाकिस्तान में क्या कर रही है, यह सब खोजबीन का विषय है। असल बात यह है कि पाकिस्तान में नसरुल्ला भी आईएसआई की चपेट में है और अंजू को वहां ट्रेंड किया जा रहा है। उसे आईएसआई ब्लैकमेल करके पट्टी भी पढ़ा सकती है। यही अंजू वापस आकर भारत में उसके मुताबिक काम करेगी। यह कठिन और अजनबी काम नहीं है। गुप्तचर एजेंसियां इस तरह काम करती हैं। हमारे देश के कई प्रांतों में ऐसे न जाने कितने लोग गुपचुप काम कर रहे हैं, हमें पता नहीं है। उनके आधार कार्ड, बैंक -खाते सब बन जाते हैं।
    हम अन्य तीन महिलाओं की बात करें। सीमा गुलाम हैदर को पूरा देश जानने लगा है। टीवी व अन्य मीडिया ने उसे मशहूर हस्ती बना दिया है। वह नेपाल के रास्ते से भारत के उत्तरप्रदेश आई जो सीमावर्ती राज्य है। इसके अलावा खालिस्तानी आतंकवादी अमृतपाल सिंह की पत्नी अमृतपाल कौर और जम्मू कश्मीर के हुर्रियत नेता यासीन मलिक की बीबी भी इसी गेमप्लान का हिस्सा हैं। इनकी वीरा जारा, गदर-1, गदर-2 जैसी फिल्मी रोमांटिक कहानियों पर भरोसा मत कीजिए। अंजू की तुलना भी सीमा हैदर से मत कीजिए क्योंकि सीमा ने अवैध रूप से भारत में प्रवेश किया है। यह सामान्य प्रेम कहानियां नहीं एक बड़े गेम प्लान का हिस्सा हैं। इस योजना में गुप्तचर एजेंसियां महिलाओं का इस्तेमाल कर रही हैै। वे हमारी उस सोच का फायदा लेना चाहती हैं जिसमें हम मानते हैं कि समाज में महिलाएं गलत काम नहीं करती और उनसे कोई खतरा नहीं रहता किंतु यह सोच अब सही नहीं है। इन महिलाओं के गेम प्लान का उनसे जुड़े लोग भी हिस्सा भी हो सकते हैं। अंजू व सीमा के कथित पति सचिन को भी कायदे से पकड़ना चाहिए और देखना चाहिए कि कहीं वह भी इसमें न मिले हों।
    मसान मलिक का तो विवाह ही जम्मू कश्मीर के खूंखार आतंकवादी यासीन मलिक से आईएसआई ने करवाया था। जिसके लिए पहले लाहौर के होटल में उनकी मुलाकात करवाई गई थी। अंजू तो लगभग अनपढ़ है जबकि मसान मलिक ब्रिटेन में पड़ी हुई है और पाकिस्तानी सेना के किसी अफसर के परिवार से संबंधित है। अंजू वापस आएगी, किस माइंडसेट से आएगी, यह महत्वपूर्ण है। नसरुल्ला ने उसे फंसा लिया है। वह रेडकलाइज होकर वापस आएगी। वह यहां आकर क्या पटट्ी पढ़ाएगी, कोई नहीं जानता। यह हमारी गुप्तचर एजेंसियों के लिए काफी खतरनाक है। देश में ऐसी कितनी अंजू रह रही हैं। पंजाब में बाहर जाने का क्रेज है।यह गैरकानूनी भी नहीं है। पर वहां जाकर वह क्या करता है यह हम नहीं जानते। वही काम अंजू कर रही है।
    वह वापस आएगी और सेलेब्रिटी बन जाएगी। पूरा नेशनल मीडिया उसके घर के सामने कैमरा लेकर खड़ा होगा। सीमा 2.2 होगा। वह बड़े आत्मविश्वास से कैमरा फेस करेगी। सीमा की तरह बोलेगी। सीमा ऐसे बात करती है जैसे वह पैदा ही एंकर के रूप में हुई है। मीडिया उसे प्रसिद्ध कर देगी। हमारे मीडिया ने एक अनजान औरत को महान बना दिया। चौबीस घंटे देश सीमा हैदर को देख रहा है। सीमा को वापस लाहौर भेज देना चाहिए और अंजू पर निगाह रखनी चाहिए।

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