213
- शुभम चौहान
युवा अवस्था जीवन का वह पड़ाव है जिसमें कुछ न कुछ सीखने की ललक सबसे अधिक होती है। युवाओं में व्यावहारिक ज्ञान, संज्ञानात्मक कौशल का विकास एवम् सीखने की अभिरुचि विकसित करने की दृष्टि से बदलते दौर में शिक्षा के साथ-साथ व्यवसायिक पाठ्यक्रमों, इंटर्नशिप कार्यक्रमों जैसे अनेक प्रयास सरकारों द्वारा किए जा रहे है। भारत सरकार द्वारा वर्ष 2020 में जारी की गई राष्ट्रीय शिक्षा नीति एवं मध्य प्रदेश सरकार द्वारा हाल ही में जारी की गई नवीन युवा नीति में भी यह स्पष्ट उल्लेखित है कि उच्च शिक्षा में अध्ययनरत युवाओं को पारंपरिक शिक्षा के साथ-साथ उनकी रुचि के क्षेत्रों में अल्पावधि के लिए इंटर्नशिप को बढ़ावा दिया जाए। दुनियाभर के प्रमुख विश्वविद्यालयों में भी विद्यार्थियों को निपुण एवं दक्ष बनाने के लिए इंटर्नशिप करना आवश्यक होता है।
पिछले वर्ष युवाओं के प्रेरणा पुंज एवं अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद की 116 वीं जयंती पर मध्यप्रदेश सरकार ने भोपाल में यूथ महापंचायत का आयोजन किया था, उसी यूथ महापंचायत में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने युवाओं से प्राप्त सुझावों के अनुरूप अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान के माध्यम से जमीनी स्तर पर युवाओं में सरकार के साथ कार्य करने की शैली को विकसित करने एवं सीखने की दृष्टि से ‘मुख्यमंत्री यूथ इंटर्नशिप’ कार्यक्रम को जनवरी माह में प्रारंभ किया। इस कार्यक्रम के माध्यम से 4600 युवा इंटर्न (जनसेवा मित्र) प्रदेश के 313 विकासखंडों में शासन की योजनाओं को जन-जन तक पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। आज जब तेजी से बदलते दौर में शिक्षा के अर्थ भी बदल रहे हैं, तब रोजगारपरक शिक्षा प्राथमिकता के तौर पर सरकारों के सामने एक आवश्यकता के रूप में उभर कर सामने आई है। ऐसे में सरकार द्वारा प्रदेश के युवाओं में कौशल को निखारने के लिए कई प्रकार के कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं, उसी कड़ी में मुख्यमंत्री जनसेवा मित्र योजना एक सकारात्मक पहल है । जनसेवा मित्रों ने लाड़ली बहना योजना एवं मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के क्रियान्वयन में असाधारण और महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया है। जहां एक ओर मुख्यमंत्री अपनी बहनों के लिए पंजीयन फॉर्म भरवाने के साथ-साथ जानकारी देने का काम कर रहे थे, वहीं जनसेवा मित्र स्थानीय स्तर पर आने वाली छोटी-छोटी समस्याओं को उच्चाधिकारियों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे थे। जनजातीय अंचलों में बैंक की ई-केवाईसी कराना हो या बैंकों में लगने वाली लंबी-लंबी लाइनों से निजात दिलाने के लिए सही और प्रामाणिक जानकारी आम नागरिकों तक पहुँचाना हो तब ऐसे में जनसेवा मित्रों ने खेत-खलियान में काम करती हुई बहनों के बीच मुस्कुराहट के साथ उम्मीद बनकर चिलचिलाती गर्मी में भी तत्परता दिखाते हुए सेवा का एक अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया है।
जनसेवा मित्रों ने 6 महीने के कार्यकाल में ही अपनी अद्भुत कार्य कुशलता से प्रदेश के मुखिया के साथ कई बार संवाद किया और अपने संस्मरण साझा किए। इंटर्नशिप के दौरान युवाओं ने समूह चर्चा, ग्राम-सभा, नुक्कड़ नाटक, दीवार लेखन, पोस्टर मेकिंग जैसे अनेक कार्यों के माध्यम से अपनी रचनात्मकता का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया है। इंटर्नशिप के माध्यम से युवाओं में निश्चित ही नेतृत्व की क्षमता विकसित हुई है। यह सभी युवा आत्मविश्वास के साथ समूह में काम करने के लिए निपुण हुए हैं, आज वे अपनी बात प्रभावी तरीके से रख पाते हैं और प्रमुख बात यह है कि इंटर्नशिप के दौरान ही इन्हें हार्वर्ड सहित कई राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर के प्रतिष्ठित संस्थाओं के साथ काम करने का भी अनुभव मिला है। जमीनी स्तर पर जब हम छोटी-छोटी समस्याएं देखते हैं, तो कई बार मन भी विचलित होता है और समाधान के लिए अनेक प्रश्न मन में बार-बार आते हैं। समस्या के समाधान की ओर अग्रसर जनसेवा मित्र संज्ञानात्मक कौशल एवम पढ़ाई के साथ-साथ इस इंटर्नशिप के नए-नए अनुभवों से बहुत कुछ सीख रहे हैं। यह वह जनसेवा मित्र हैं जो भविष्य में किसी न किसी रूप में प्रदेश व देश के नवनिर्माण में अपनी भूमिका निभाएंगे और जहाँ भी रहेंगे वहां अपना सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुत करेंगे। इसी कड़ी में मध्य प्रदेश सरकार ने जनसेवा मित्र के द्वितीय चरण में 4600 से अधिक नवीन जन सेवा मित्रों की नियुक्ति की पहल की है।