मध्य प्रदेश में पिछले 13 दिनों में पूरे सितंबर कोटे का 67% पानी गिर चुका है। औसत बारिश 6.22 इंच के मुकाबले अब तक 4 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। प्रदेश में 24 सितंबर तक बारिश होने की उम्मीद है। दरअसल, बुधवार को बंगाल की खाड़ी से एक नया सिस्टम सक्रिय हो गया है, जिस वजह से आने वाले दिनों में लगातार बारिश देखने को मिल सकती है।
सिस्टम के मजबूत होने से प्रदेश के 90 फीसदी हिस्से में मध्यम से भारी बारिश के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि 19-20 सितंबर तक एक और चक्रवाती घेरा बनेगा। इसके प्रभाव से 21 से 24 सितंबर तक पूरे प्रदेश में मध्यम से भारी बारिश होगी। वहीं इस सीजन में दूसरी बार नर्मदापुरम स्थित तवा बांध के गेट खोलने पड़े। बांध का जल स्तर अपने अधिकतम स्तर 1166 फीट को पार कर गया. यानी 17 दिन पहले यह फुल हो गया। बुधवार शाम 7 बजे बांध के 5 गेट चार-चार फीट की ऊंचाई पर खोल दिए गए। 6 घंटे बाद रात 1 बजे पांचों गेट 3-3 फीट खोले गए और 26785 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। गुरुवार सुबह 9 बजे सभी गेट बंद कर दिए गए। इससे पहले 19 अगस्त को बांध के गेट खोले गए थे.
मौसम विभाग की मानें तो, गुरुवार को नर्मदापुरम, गुना, रीवा, सतना, जबलपुर समेत 20 जिलों में भारी बारिश की संभावना है। अब तक राज्य के 19 जिले रेड जोन में थे। इनमें नीमच, मंदसौर, झाबुआ, अलीराजपुर, धार, खरगोन, खंडवा, आगर-मालवा, राजगढ़, शाजापुर, गुना, अशोकनगर, भोपाल, दमोह, सतना, रीवा, सीधी, सिंगरौली और बालाघाट जिले शामिल हैं। औसत से 38 फीसदी कम बारिश हुई है। बुधवार को बारिश नहीं होने से नर्मदापुरम जिला भी रेड जोन में शामिल हो गया। यहां 20 फीसदी तक कम बारिश हुई है।