भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इंदौर के एक अस्पताल में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और अन्य नेताओं द्वारा लिफ्ट का उपयोग करने के दौरान हुए हादसे की जांच के लिए तकनीकी समिति बनाई जाएगी। चौहान सोमवार को सुबह नाथ के निवास पर मिलने पहुंचे थे, तब पूर्व सीएम ने इस तरह की दुर्घटनाओं पर रोक लगाने के लिए एक टेक्निकल कमेटी गठित करने का सुझाव दिया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह समिति राज्य में लिफ्ट संचालन से संबंधित आवश्यक मापदंडों का परीक्षण करेगी। इसकी रिपोर्ट के आधार पर इस तरह के हादसे रोकने के लिए भी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
चौहान ने कहा कि रविवार को भोपाल में भी एक लिफ्ट हादसा हुआ है, जिसमें कुछ लोग घायल हुए है। ये सब नहीं होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह संतोष की बात है कि ईश्वर की कृपा से लिफ्ट दुर्घटना के दौरान नाथ और विधायक सज्जन सिंह वर्मा को चोट नहीं पहुंची और वे स्वस्थ एवं सुरक्षित हैं। इससे पहले नाथ ने कहा कि इंदौर में लिफ्ट हादसा हुआ और वह बेसमेंट तक चली गई, जो नहीं जाना चाहिए थी। नाथ ने कहा कि यह घटना अन्य किसी के साथ भी हो सकती है। इसलिए इन घटनाओं पर रोक लगाने के लिए टेक्निकल कमेटी बनाना चाहिए।
मजिस्ट्रियल जांच शुरू, 26 तक बयान के लिए बुलाया
उधर, इंदौर में घटना की मजिस्ट्रियल जांच शुरू हो गई है। एडीएम हिमांशु चंद्र ने सोमवार को अस्पताल और लिफ्ट को देखने वाले कुछ लोगों के बयान दर्ज किए। चंद्र ने बताया कि इस घटना को लेकर यदि कोई बयान, सबूत, दस्तावेज या अन्य जानकारी देना चाहता है तो वह लिखित या मौखिक तौर पर 26 फरवरी तक दर्ज करा सकता है। इस मामले पर शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ने कहा कि हम बयान देने जाएंगे। मैं इस घटना काे साजिश तो नहीं, लेकिन गंभीर चूक जरूर मानता हूं।